मंगलवार, 6 अगस्त 2024

आपकी कमी

      आपकी कमी 

आपके न होने की कमी है जैसे कि ,

अंधेरी रातों में बुझी मोमबत्ती की तरह।

रोशनी है जिसकी इतनी कि - 


चारों ओर उजाला ही उजाला कर दे।

पर मजबुर है वो भी इतना कि- 

पहले तो उसे चिंगारी सहारा कर दें ।।


है इंतजार मे उसके जो प्यारा है, 

बीन उनके ऐ जिन्दगी आवारा है। 

महत्व है इसे जबतक उसका सहारा है।।


बीन प्रकाश अंधेरे में कुचला जाएगा, 

चाह कर भी ऐ कुछ न कर पाएगा । 

सहेगा कितना , बेखबर हो जाएगा ।।


भाव है तेरे साथ होने से जाने जग सारा, 

तु न हो साथ तो जिंदगी है आवारा। 

जैसे मोमबत्ती को चीराग का है सहारा।।

     

                                अमित कुमार वंशी 

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