मत करो तुम अत्याचार
हम है अभी बेरोजगार
खुद को कर रहे है तैयार
लेकिन अभी है हम बेरोजगार
सहकर ताने हो रहे होशियार।।
तपकर हम इस भवनडर में अभी
बढ़ा रहे अपनी शक्ति और संस्कार
बढ़ रहे कल्याण की दिशा में निरंतर
कर रही स्थिरता जीवन मे अभी प्रहार
मिट्टी से मेरा नाता है, धरती माँ से रिश्ता पुराना, बीज में जीवन बोता हूँ, हर मौसम से करता बहाना। मैं कोई बड़ा डॉक्टर नहीं, पर खेत मेरा अस्प...
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